आईआईएम इंदौर में मनाया गया 24 वां स्थापना दिवस

Shivani Rathore
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आईआईएम इंदौर ने अपना 24 वां स्थापना दिवस 03 अक्टूबर, 2020 को मनाया। इस वर्ष सुरक्षा दिशा-निर्देशों को ध्यान में रखते हुए छोटी अवधि के इसकार्यक्रम में आईआईएम इंदौर के निदेशक प्रोफेसर हिमाँशु राय, कर्नल गुरुराज गोपीनाथ पामिडि,मुख्य प्रशासनिक अधिकारी, आईआईएम इंदौर; और कुछ संकाय और स्टाफ के सदस्य शामिल हुए।

प्रोफेसर राय ने अपने स्थापना दिवस संबोधन में संवेदनशील होने के तीन पहलुओं को साझा किया- चिंतनशील होकर सुनना, अहंकार से रहित होना और उचित विचार-विमर्श के बाद ही कोई निर्णय लेना। ‘हमें एक चिंतनशील श्रोता बनने की आवश्यकता है, अर्थात् समझने के लिए सुनें, मात्रसुन कर प्रतिक्रिया न दें, और यह करुणा का पहला पहलू है। दूसरा पहलू अहंकार से रहित होना है, यानि सिर्फ यह न सोचें की सामने वाला व्यक्ति आपको उचित महत्व और सम्मान दे रहे हैं या नहीं। बल्किआत्म-सम्मान रखें और अपने सिद्धांतों और मूल्यों का पालन करें, जिससे हम यह सुनिश्चित करेंकिहम कोई ऐसा कार्य न करें जिससे हम खुद बाद में शर्मिंदा हों और खुद से ही नज़रें न मिला सकें।

एक व्यक्ति का वास्तविक चरित्र तभी सामने आता है जब वह सही कार्य तब भी करे जब कोई देख न रहा हो ‘, उन्होंने कहा।उन्होंने कहा कि हमें कोई भी निर्णय लेते समय सभी व्यक्तियोंको ध्यान में रखना होगा – यहां तक किउन्हें भी,जो वहांमौजूदनहींहैं।इसलिएहमेंविचार-विमर्शकेबादही कोई कार्यकरने या निर्णय लेना चाहिए औरउनलोगोंकेहितोंपरविचारकरना चाहिए, जिनका हमारे निर्णय से नुकसान होने की भी आशंका है। ‘यह एक ऐसा संस्थान है जो समानता की नींव पर बनाया गया है, और हमेशा सभी की परेशानियों को कम करने और उनके जीवन को और सुखद बनाने का निरंतर प्रयास करता है ‘, उन्होंने कहा।

इस अवसर पर, संस्थान ने वर्ष के सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों और सर्वश्रेष्ठ स्टाफ सदस्यों के लिए एक पुरस्कार समारोह भी आयोजित किया। ये इस प्रकार हैं:
सर्वश्रेष्ठ शिक्षक पुरस्कार: प्रोफेसर बिपुल कुमार, प्रोफेसर श्रीहरि एस. सोहानी सर्वश्रेष्ठ कर्मचारी पुरस्कार: श्री अजय कुमार दाश, श्री मनीष कुमार नामदेव, श्री राकेश कौशल, सुश्री शान्ति जनार्दन, श्री उवेशमोहम्मद एफ. चोबदार बेहतरीन प्रदर्शन के लिए स्टाफ सदस्य को अवार्ड: श्री दिनेश कुमार, श्री जितेन्द्र सिंह यादव, श्री कमलेश भाटिया, श्री रवि जिंगर, श्री समर्थ शुक्ला इसके अलावा, संस्थान में 10/20 साल की समर्पित सेवा पूरी करने वाले कर्मचारियों को भी सम्मानित किया गया। वर्ष के दौरान उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए स्टाफ के सदस्यों को भी सम्मानित किया गया।

संस्थान के राजभाषा विभाग ने हिंदी दिवस के अवसर पर एक ‘हिंदी क्विज़’ भी आयोजित किया था और विजेताओं को स्थापना दिवस पर पुरस्कार दिए गए। आईआईएमइंदौर की हिंदी पत्रिका- ज्ञान शिखर का पाँचवाँ संस्करण काभी इस अवसर पर विमोचनकिया गया। इस कार्यक्रम का समापन आईआईएम इंदौर के सामुदायिक सदस्यों के बीच काफी उत्साह और खुशी के साथ हुआ।