भारतीय प्रबंध संस्थान इंदौर (आईआईएम इंदौर) के मुंबई परिसर में कार्यकारी अधिकारियों के लिए स्नातकोत्तर कार्यक्रम (पीजीपीएमएक्स) का 21वां बैच 03 अगस्त, 2024 को प्रारंभ हुआ। इस अवसर पर आईआईएम इंदौर के निदेशक प्रो. हिमांशु राय ने उद्घाटन किया। प्रसिद्ध वॉयस-ओवर आर्टिस्ट, अभिनेता और कम्युनिकेशन ट्रेनर श्री विजय विक्रम सिंह उद्घाटन के विशेष अतिथि थे। पीजीपीएमएक्स चेयर, प्रो. मीत वछराजानी भी इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
प्रो. राय ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए पीजीपीएमएक्स कार्यक्रम की इस वर्ष की उल्लेखनीय उपलब्धि पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “एशिया में शीर्ष 25 बी-स्कूलों की सूची में स्थान प्राप्त कर के हमने हाल ही में QS EMBA रैंकिंग में अपनी शानदार शुरुआत की है।” उन्होंने बताया कि पीजीपीएमएक्स पाठ्यक्रम इंडस्ट्री 4.0 की जटिलताओं का हल खोजने में सक्षम बनाने के लिए तैयार किया गया है। इसका पाठ्यक्रम अत्याधुनिक और प्रासंगिक दोनों है। प्रो. राय ने आईआईएम इंदौर की ट्रिपल क्राउन मान्यता प्राप्त संस्थान के रूप में विशिष्टता पर भी जोर दिया।
उन्होंने कहा, “हमने पाँच महत्वपूर्ण चुनौतियों: असमानता, शहरी मुद्दे, ग्रामीण चुनौतियाँ, पर्यावरण संबंधी चिंताएँ और उद्यमशीलता की भावना की कमी को सक्रिय रूप से संबोधित करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और कई पहलें कार्यान्वित की हैं।” उन्होंने प्रतिभागियों को इन मुद्दों से निपटने के लिए सार्थक समाधानों में योगदान देने के लिए आमंत्रित किया और निरंतर कुछ नया सीखने और नेतृत्व के मूल मूल्यों को अपनाने का आग्रह किया।
विजय विक्रम सिंह ने अपने करियर और व्यक्तिगत जीवन से मिली सीखों को साझा किया। उन्होंने बताया कि उन्होंने MBA स्नातक से वॉयस-ओवर और अभिनय तक की यात्रा कैसे की। उन्होंने प्रतिभागियों को पीजीपीएमएक्स के ज़रिए इस परिवर्तनकारी यात्रा पर निकलने के लिए बधाई दी और कौशल विकास और आत्म-सुधार के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि दूसरों के बजाय खुद से प्रतिस्पर्धा करें – यह दृष्टिकोण व्यक्तिगत विकास को सुगम बनाता है और नकारात्मक भावनाओं से बचाता है। उन्होंने सहानुभूति को प्रभावी नेतृत्व की आधारशिला बताया और कहा, “विषयवस्तु कितनी भी अच्छी क्यों न हो – आप इसे कैसे प्रस्तुत करते हैं – इसी से तय होगा कि उसका क्या प्रभाव पड़ेगा।”
प्रो. मीत वछराजानी ने नए बैच को उनके करियर को आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा, “पीजीपीएमएक्स में शामिल होकर आपने अपने ज्ञान और नेतृत्व कौशल का विस्तार करने की दिशा में एक साहसिक कदम उठाया है।” उन्होंने इस बैच में विशेष जेंडर डाइवर्सिटी की बात की, जिसमें नौ महिलाएँ प्रतिभागी हैं। प्रो. वछराजानी ने प्रतिभागियों को अवधारणाओं को सीखने और लागू करने का अवसर मिलने की बात की और परिवार के समर्थन के महत्व पर भी प्रकाश डाला।
21वें पीजीपीएमएक्स बैच में प्रतिभागियों की विविधतापूर्ण पृष्ठभूमि है, जो विभिन्न उद्योगों को दर्शाती है। प्रतिभागी कृषि उपकरण निर्माण, बैंकिंग, रसायन, परामर्श, उपभोक्ता और खुदरा, इंजीनियरिंग, ईपीसी, वित्त, एफएमसीजी, खाद्य और पेय पदार्थ, ज्वेलरी, सरकारी उपक्रम, सूचना प्रौद्योगिकी, तेल और गैस, पेंट उद्योग, रेलवे और भारी मशीनरी, रियल एस्टेट और निर्माण, रिफाइनरी और पेट्रोलियम, और अनुसंधान और परामर्श सेवाओं सहित विभिन्न क्षेत्रों से आते हैं। यह विविधता सीखने के माहौल को समृद्ध करती है और विचारों और दृष्टिकोणों के जीवंत आदान-प्रदान के लिए एक मंच प्रदान करती है।
यह नया बैच नेतृत्व और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए आईआईएम इंदौर की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। यह बैच अपने-अपने क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान देने, प्रगति और सामाजिक प्रभाव को आगे बढ़ाने के लिए तैयार है।