देश में जारी कोरोना वायरस की दूसरी लहर के प्रकोप के चलते गुजरात के बाद अब मध्य प्रदेश बोर्ड की 12वीं कक्षा की परीक्षा रद्द कर दी गई है। CM शिवराज सिंह चौहान ने इस बात की आधिकारिक घोषणा की कर दी है। बीते दिन केंद्र सरकार के सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा रद्द करने के फैसले के बाद मध्य प्रदेश सरकार ने भी छात्रों की सुरक्षा के लिए ये बड़ा फैसला लिया है। इस एलान से ये तो तय हो गया है कि MP बोर्ड में भी 12 वी का कोई स्टूडेंट फेल नहीं होगा, लेकिन इसमें सबसे बड़ा सोचने का विषय ये है कि परीक्षा का रिजल्ट किस आधार पर बनाया जायेगा।
रिजल्ट बनाए जाने को लेकर एक न्यूज़ एजेंसी ने इस बात पर एक्सपर्ट से चर्चा की और उन्होंने बताया कि MP में 12 वी बोर्ड का रिजल्ट भी आंतरिक मूल्यांकन के साथ 10वीं या पिछली तीन परीक्षाओं के नतीजों को आधार बनाया जा सकता है। साथ ही उन्होंने ये भी बताया है कि जिस तरह 10वीं में तिमाही, छमाही और सालाना प्रोजेक्ट के अंकों को आधार पर रिजल्ट तैयार किया गया था ठीक उसी तरह 12 वी का भी रिजल्ट तैयार किया जा सकता है।
एक्सपर्ट की माने तो इस बार 12वी कक्षा का रिजल्ट पिछली कक्षाओं के वार्षिक अंकों के आधार पर 12वीं का रिजल्ट बन सकता है, साथ ही 12वीं की त्रैमासिक और अर्द्ध वार्षिक की परीक्षा के प्रदर्शन के आधार पर भी रिजल्ट भी बनाया जा सकता है।