धनतेरस के दिन 10 करोड़ यूनिट बिजली आपूर्ति, त्योहार के चलते सभी जिलों में विशेष व्यवस्था

Akanksha
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इंदौर। 13 नवम्बर शुक्रवार।

उत्सवी माहौल, औद्योगिक उत्पादन में बढ़ोत्तरी, बाजारों में रौनक, रबी की सीजन में जोरदार सिंचाई कार्य एवं घरों पर विद्युत सज्जा के कारण बिजली की मांग में बढ़ोत्तरी हुई है। पिछले चौबीस घंटों में पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने इंदौर समेत सभी 15 जिलों में कुल 10 करोड़ यूनिट बिजली की गुणवत्तापूर्ण आपूर्ति की है।

मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्तुत वितरण कंपनी इंदौर के प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने बताया कि नवंबर में मांग सतत बढ़ती जा रही है। शुक्रवार को अधिकतम मांग 5700 मैगावाट दर्ज की गई। पिछले चौबीस घंटों (धनतेरस ) में रिकार्ड तोड़ 10 करोड़ यूनिट बिजली का वितरण हुआ है, यह एक दिन के दौरान अब तक सबसे ज्यादा आपूर्ति है। प्रबंध निदेशक तोमर ने बताया कि दीवाली के दौरान बाजार, घरों, शापिंग माल्स में खपत बढ़ी है।
आपूर्ति की मानिटरिंग एवं फाल्ट होने पर जल्दी सुधार कार्य के लिए विशेष व्यवस्था के तहत अतिरिक्त कर्मचारी लगाए गए है। तोमर ने बताया कि पिछले चौबीस घंटों के दौरान इंदौर जिले में 1.30 करोड़ यूनिट बिजली का वितरण हुआ है।
इसी दौरान उज्जैन और धार जिले में भी एक करोड़ यूनिट से ज्यादा बिजली वितरित हुई। देवास में 93 लाख, खरगोन में 90 लाख, रतलाम में 80 लाख यूनिट बिजली वितरित हुई। अन्य जिलों में 30 से 60 लाख यूनिट बिजली वितरित हुई। मालवा और निमाड़ में लाखों हेक्टेयर में मटर, गेंहू, चना, गन्ना एवं अन्य सहयोग रबी फसलें बोई गई है। करीब 12 लाख पंपों का उपयोग सिंचाई कार्य के लिए होने से बिजली की मांग रिकार्ड स्तर पर है। सिर्फ सिंचाई के लिए ही रोज करीब साढ़े चार करोड़ यूनिट बिजली की आपूर्ति हो रही है।

विद्युत संपत्ति के पास आतिशबाजी न करे

मुख्य महाप्रबंधक संतोष टैगोर ने विद्युत संपत्ति जैसे तार, केबल, ट्रासंफार्मर, पोल, ग्रिड आदि के पास आतिशबाजी न करने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि ऐसा करने पर हादसा, जान, माल की हानि संभव है। प्रकाश पर्व पर आतिशबाजी पूरी सावधानी, सतर्कता से की जाए, बिजली लाइनों से पर्याप्त दूरी रखी जाए।