देशभर में प्रचलित संस्था दानपात्र के यूट्यूब पर हुए 1.5 लाख सब्सक्राइबर्स, 2.5 करोड़ लोगों ने कार्य को सराहा

Suruchi
Published on:

इंदौर। नेकी और भलाई के लिए जानी जाने वाली संस्था ‘दानपात्र ” फाउंडेशन द्वारा किये जा रहे कार्य को सोशल मीडिया के माध्यम से आज लाखों करोड़ों लोगों द्वारा देखा और सराहा जा रहा है सोशल मीडिया पर दानपात्र फाउंडेशन के वीडियोस लगातार वायरल हो रहे है संस्था का फेसबुक पर ब्लू टिक वेरीफाइड पेज के साथ साथ कई पेजेज बने हुए है जिस पर लाखों की संख्या में फॉलोवर्स है और करोड़ो लोगों द्वारा दानपात्र के वीडियोस को रोज सराहा जाता है।

इंस्टाग्राम पर दानपात्र का ब्लू टिक वेरीफाइड पेज है जिस पर लगभग ड़ेढ लाख फॉलोवर्स है और मिलियंस में वीडियो पर व्यूज आते है और लोगों द्वारा सराहा जाता है संस्था दानपात्र का यूट्यूब पर दानपात्र नाम से चैनल बना हुआ है जिस पर हाल ही में डेढ़ लाख सब्सक्राइबर्स हुए है और यूट्यूब चैनल को ढाई करोड़ लोगों द्वारा देखा और सराहा गया है दानपात्र के वीडियोस को देख लोग लगातार अच्छा काम करने के लिए प्रेरित हो रहे है हजारों की संख्या में लोग वालंटियर्स के रूप में जुड़कर इस नेक काम के लिए आगे आ रहे है तो कई अपने अपने शहर में इसकी शुरुआत कर इस नेक कार्य को बढ़ावा दे रहे है और जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए आगे आ रहे है।

संस्था “दानपात्र” एक ऑनलाइन निःशुल्क ऐप के माध्यम से कार्य करती है जिसकी मदद से घरों में उपयोग में न आ रहे सामान जैसे कपड़े ,खिलोने ,किताबें ,जूते ,बर्तन इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स , फर्नीचर एवं अन्य सामान को कलेक्ट कर उपयोग लायक बना जरूरतमंद परिवारों तक पहुँचाया जाता है पिछले 5 वर्षों में दानपात्र के माध्यम से लगभग 35 लाख से ज्यादा जरूरतमंद परिवारों तक मदद पहुंचाई जा चुकी है देश भर में कार्य कर रही संस्था “दानपात्र” से 35 हजार से ज्यादा वालंटियर्स जुड़े हुए है जो अपना समय देकर सहयोग करते है संस्था “दानपात्र” द्वारा अलग अलग शहरों में सेंटर बनाएं गए है जहां आकर कोई भी ऐप में रिक्वेस्ट डालकर सामान डोनेट कर सकता है “दानपात्र” टीम द्वारा इस सामान को फिल्टर कर उपयोग लायक बना जरूरतमंद परिवारों तक पहुँचाया जाता है “दानपात्र” देने वाले और लेने वालों के बिच सेतु बनकर दोनों की ही मदद कर रहा है।

संस्था दानपात्र का नाम वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड , 3 बार इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड के साथ साथ कई रिकॉर्ड्स में दर्ज किया जा चुका है
संस्था गरीब एवं जरूरतमंदों की मदद के साथ-साथ नि:शुल्क शिक्षा के माध्यम से बच्चों एवम महिलाओं को शिक्षित कर रही है दानपात्र निःशुल्क पाठशाला देश के कई शहरों में हजारों बच्चों को निःशुल्क शिक्षा देकर शिक्षित कर रही है जिससे आर्थिक परिस्थितियों के चलते जो बच्चें पढ़ नही पाते है वह दानपात्र निःशुल्क पाठशाला के माध्यम से अपने अधूरे सपनों को पूरा कर रहे है ।इंदौर के साथ-साथ देश के 100 से अधिक शहरों में “दानपात्र” के माध्यम से सेवा कार्य कर लोगों की मदद की जा रही है जल्द ही पूरे भारत के साथ साथ अन्य देशों में भी शुरू किया जाने वाला है दानपात्र।