नई दिल्ली। शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, ये कानून हर प्रकार से किसानों को लाभ पहुंचाने वाले और बिचौलियों व दलालों के तंत्र पर प्रहार करने वाले हैं। साथ ही पीएम मोदी ने कृषि सुधारों का विरोध कर रहे राजनीतिक दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि, पिछली शताब्दी के नियमों व कानूनों से अगली शताब्दी में नहीं पहुंचा जा सकता। उन्होंने कहा कि ”इसलिए समाज और व्यवस्थाओं में बदलाव के विरोधी जितनी भी अपने स्वार्थ की राजनीति करें, देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सुधारों का सिलसिला लगातार चलता रहेगा।”
बता दे कि प्रधानमंत्री हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में स्थित सोलंग घाटी में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे जहा उन्होंने ये बातें कही। वही, इससे पहले भी पीएम ने अटल सुरंग का उद्घाटन किया और साथ ही लाहौल के सिस्सू गांव में भी एक जनसभा को संबोधित किया। साथ ही प्रधानमंत्री ने सोलंग घाटी के लोगों को संबोधित कर केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं से लोगों को हो रहे फायदे भी बताये। साथ ही उन्होंने कहा कि, उनकी सरकार का प्रयास है कि आम जन की परेशानी कैसे कम हो और उन्हें उनके हक का पूरा लाभ कैसे मिले।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि, ”ऐसे अनेक सुधारों से लोगों का समय और पैसा दोनों बच रहा है और भ्रष्टाचार के रास्ते भी बंद हो रहे हैं। देश में आज जो सुधार किए जा रहा जा रहे हैं, उनसे ऐसे लोग परेशान हो गए हैं जिन्होंने हमेशा अपने राजनीतिक हितों के लिए काम किया है।” उन्होंने कहा कि, ”कृषि सुधार कानूनों का विरोध करने वाले कहते हैं कि यथास्थिति बनाए रखो। सदी बदल गई लेकिन उनकी सोच नहीं बदली। अब सदी बदल गई है तो सोच भी बदलनी होगी। पिछली सदी में जीना है तो उन्हें जीने दो, लेकिन देश आज परिवर्तन के लिए प्रतिबद्ध है।”
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि, ”आज जब इन सुधारों से बिचौलियों और दलालों के तंत्र पर प्रहार हो रहा है तो वह बौखला रहे हैं। बिचौलियों को बढ़ावा देने वालों ने देश की स्थिति क्या कर दी थी, यह देश भलीभांति जानता है।” उन्होंने कहा कि, ये वही सुधार हैं जिन्हें कांग्रेस ने भी सोचा था लेकिन उन्हें लागू करने की उनमें राजनीतिक इच्छाशक्ति नहीं थी।,
पीएम मोदी ने कहा कि, ”उनमें हिम्मत की कमी थी , हमारे अंदर हिम्मत है। उनके लिए चुनाव सामने थे, हमारे लिए देश का किसान सामने है। हमारे लिए किसान का उज्जवल भविष्य सामने है। इसलिए हम फैसले लेकर किसान को आगे ले जाना चाहते हैं।”