साठ साल में ऐसा मंजर कभी नहीं देखा…

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इंदौर, राजेश राठौर: उद्योगपति राजेश नीमा रिश्तेदार के अंतिम संस्कार में कल शाम चार बजे पंचकुइया मुक्तिधाम पहुंचे थे। मुक्तिधाम में भीड़ थी। सभी इक्कीस वेदियों पर शवों का अग्नि संस्कार हो रहा था। कुछ शव इंतजार में थे। चिताएं ठंडी भी नहीं हुईं और लोगों को उसी चिता पर ही अंतिम संस्कार करना पड़ा। सुबह से शाम तक में 31 शवों का अंतिम संस्कार हुआ।

राजेश नीमा के अनुसार वे वहां खड़ा नहीं रह सके। सामान्य बीमारियों के साथ-साथ कोरोना से मरने वालों के अंतिम संस्कार भी वहां हो रहे थे। वहां के कर्मचारियों ने बताया कि कल सुबह पांच-छह शव को तो जगह नहीं होने के कारण दूसरे मुक्तिधाम में भेजना पड़ा। 31 शव का अंतिम संस्कार वहां हुआ। नीमा ने कहा कि साठ साल में ऐसा दृश्य नहीं देखा। यह कोरोना का कहर नहीं तो क्या है। उन्होंने सभी लोगों से संभलने और सावधानी रखने की अपील की है। अपनी रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाएं, मास्क और सैनिटाइजर का उपयोग करें। जरा भी लक्षण दिखने पर फौरन जांच करा लें। कोई मुगालता नहीं पालना चाहिए।