भ्रष्टाचार का शिकार हुआ ऑक्सीजन प्लांट, 2 माह से टला हुआ है काम

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इंदौर: कांग्रेस ने स्पष्ट आरोप लगाया है कि इंदौर में मरीजों के उपचार की व्यवस्था करने के लिए प्रस्तावित किया गया ऑक्सीजन प्लांट भ्रष्टाचार का शिकार हुआ है। जो प्लांट 7 दिन में बनकर तैयार हो जाना था उस प्लांट के स्थान पर 2 महीने में केवल चबूतरा बन सका है । इंदौर शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विनय बाकलीवाल और विधायक संजय शुक्ला कांग्रेस जनों के साथ आज चेस्ट सेंटर के दौरे पर पहुंचे । चेस्ट सेंटर में 7 दिन में ऑक्सीजन प्लांट का निर्माण करने के लिए काम शुरू किया गया था । मौके पर पहुंचने पर यह देखा कि वहां पर केवल चबूतरा बना हुआ है।

चेस्ट सेंटर के प्रभारी अधीक्षक डॉक्टर सलिल भार्गव का कहना है कि हमें ठेकेदार के द्वारा कहा गया था कि यहां पर बिजली का कनेक्शन करवा दो और चबूतरा बनवा दो। तो वह काम हमने कर दिया । इसके साथ ही हमारे द्वारा ठेकेदार को इस बारे में सूचना भी भेज दी गई है । अब तक इस स्थान पर ही नहीं बल्कि इसके साथ में राधा स्वामी सत्संग व्यास, एमआर टीवी हॉस्पिटल मैं भी ऑक्सीजन प्लांट का काम शुरू नहीं हो सका है। इन सभी स्थानों पर 7 दिन में प्लांट बनाने का दावा किया जा रहा था। इंदौर के पास के छोटे छोटे शहर देवास, उज्जैन , रतलाम आदि में ऑक्सीजन प्लांट बन कर तैयार हो गए हैं लेकिन इंदौर पिछड़ गया है।

कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला ने कहा कि सांसद कह रहे हैं कि हमने पिछले महीने ही कांट्रेक्टर को राशि दे दी थी। वह तब से ही टाल रहा है। नियम तो यह है कि टेंडर बुलाए जाते हैं और टेंडर के हिसाब से काम दिया जाता है। काम होने के बाद ही ठेकेदार को भुगतान किया जाता है । जब सांसद बता रहे हैं कि एडवांस में राशि का भुगतान कर दिया गया है तो मतलब साफ है कि इस कामकाज में भ्रष्टाचार है, कमीशन खोरी है। इस भ्रष्टाचार की भेंट ही इंदौर के ऑक्सीजन प्लांट चढ गए हैं।

शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल ने कहा कि राधा स्वामी सत्संग की जमीन पर ऑक्सीजन प्लांट बनाने के लिए इंदौर शहर के नागरिकों के द्वारा दान में सारी राशि दी गई है। इस राशि का दुरुपयोग करते हुए मनमाने तरीके से ठेका देकर ठेकेदार को सौंप दी गई है। अब तक काम शुरू नहीं होना और उसके बाद ही शासन प्रशासन का खामोश बैठना मिलीभगत को स्पष्ट करता है।