प्रशासन की लापरवाही, 300 बेड का अस्पताल भी नहीं बन पाया उपयोगी

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इंदौर: कोरोना से संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए प्रशासन द्वारा 1 अप्रैल से 300 बिस्तर के जिस अस्पताल में उपचार का दावा किया गया था, वह दवा कागज पर ही सिमटा हुआ रह गया है। इस अस्पताल में हालात का जायजा लेने के लिए आज कांग्रेस के विधायक संजय शुक्ला पहुंच गए।

विधायक शुक्ला आज सुबह अपने साथियों के साथ कनाडिया रोड पर स्थित सेवा कुंज अस्पताल में दौरे पर पहुंचे । इस अस्पताल में मरीजों के उपचार के लिए 300 बेड हैं । इंदौर के जिला प्रशासन के द्वारा इस अस्पताल को कोविड अस्पताल के रूप में चिन्हित किया गया था। इसके पूर्व तक इस अस्पताल में दूसरी बीमारियों के मरीजों का इलाज किया जा रहा था लेकिन जिस दिन से इस अस्पताल को कोविड अस्पताल बनाया गया है उस दिन से दूसरी बीमारियों का इलाज बंद हो गया है । अब तक इस अस्पताल में कोरोनावायरस से पीड़ित मरीजों का इलाज शुरू नहीं हो सका है।

विधायक शुक्ला ने कहा कि इस अस्पताल में सारी सुविधा और व्यवस्था है, डॉक्टर है, नर्स हैं, सभी कुछ है लेकिन यदि नहीं है तो केवल ऑक्सीजन की सप्लाई इस अस्पताल में नहीं है । इसके चलते हुए इस अस्पताल में मरीजों का इलाज शुरू नहीं हो सका है। पिछले 1 सप्ताह के दौरान मध्य प्रदेश सरकार के दो मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट और उषा ठाकुर इस अस्पताल का दौरा कर चुके हैं।

दोनों ही मंत्रियों के द्वारा यह दावा किया गया कि अब बस अस्पताल में ऑक्सीजन की सप्लाई शुरू कर रहे हैं और यहां पर 300 बेड पर मरीजों का इलाज शुरू हो जाएगा । अब तक ना तो ऑक्सीजन की सप्लाई शुरू हो सकी है और ना ही मरीजों का इलाज शुरू हो सका है। विधायक शुक्ला ने इस अस्पताल पर पहुंचकर वहां अस्पताल के स्टाफ के साथ ही क्षेत्र में रहने वाले नागरिकों के साथ चर्चा की । इस अस्पताल में कोरोना से पीड़ितों के इलाज की व्यवस्था शुरू ना होने के कारण आ रही परेशानी की जानकारी ली।