उपचार व पुनर्वास शिविर का अवलोकन, सांसद, संभागायुक्त, आयुक्त ने की भिक्षुक, निराश्रित वृद्धजनो से चर्चा

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दिनांक 24 फरवरी 2021: आयुक्त प्रतिभा पाल ने बताया कि भिक्षुको, बेसहारा, निराश्रित वृद्धजनो व व्यक्तियों के दीनबंधु स्वास्थ्य परीक्षण उपचार एवं पुनर्वास अभियान के तहत श्री पंजाब अरोडवंशीय धर्मशाला साउथ तुकोगंज नाथ मंदिर के पास आयोजित शिविर का सांसद शंकर लालवानी, संभागायुक्त व निगम प्रशासक डाॅ. पवनकुमार शर्मा, आयुक्त प्रतिभा पाल द्वारा अवलोकन किया गया। इस अवसर पर सांसद व संभागायुक्त व निगमायुक्त द्वारा शिविर में आए भिक्षुक, बेसहारा, निराश्रित वृद्धजनो से चर्चा कर एनजीओ संस्था के प्रतिनिधियों से जानकारी भी ली गई। शिविर में आए 15 महिला 28 पुरूष सहित कुल 43 भिक्षुक, बेसहारा, निराश्रित वृद्धजनो को नहलाने, सेविंग, कटिंग, कपडे, मेडिकल चेकअप, भोजन, नाश्ता, चाय आदि की व्यवस्था की गई।

इंदौर को भिक्षुकमुक्त बनाने के लिये निगम द्वारा किये जा रहे कार्य की प्रशंसा कि- सांसद

सांसद शंकर लालवानी द्वारा शिविर के अवलोकन के दौरान शिविर में आए भिक्षुक व बेसहारा वृद्धजनो से चर्चा की गई और पुछा कि आप कहां के रहने वाले हो, आपके परिवार में कौन-कौंन है, इंदौर कैसे आए हो, अगर आप काम करना चाहते है तो बताए, साथ ही शिविर में आए भिुक्षक व बेसहारा वृद्धजनो की काउसिलिंग करने के संबंध में भी एनजीओ संस्था के प्रतिनिधियों से चर्चा की गई।

सांसद लालवानी ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा देश के 10 शहरो को भिक्षुक मुक्त बनाने के क्रम में इंदौर को शमिल किया गया है, इसके पूर्व ही प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री जी द्वारा भिक्षावृत्ति रोकने के उददेश्य से कार्य योजना पर कार्य किया जा रहा है, इसी क्रम में इंदौर नगर निगम व एनजीओ संस्था के माध्यम से शहर में भिक्षुको/बेसहारा वृद्धजनो का सर्वे करने का अभियान चलाया गया और आज शिविर में ऐसे वृद्धजनो का मेडिकल चेकअप किया जाकर उनके साथ काउसिलिंग की जा रही है, इंदौर को भिक्षुक मुक्त बनाने के लिये कार्य किया जा रहा है। नगर निगम एवं एनजीओ संस्था द्वारा किये जा रहे प्रयास की प्रशंसा करता हॅू।

इस योजना का कठिन काम शिविर में आए वृद्धजनो की काउसलिंग है- संभागायुक्त

संभागायुक्त व निगम प्रशासक डाॅ. पवनकुमार शर्मा ने दीनबंधु स्वास्थ्य परीक्षण शिविर के अवलोकन के दौरान शिविर में आए बेसहारा व भिक्षुक वृद्धजनो से चर्चा करते हुए, आप कहा के रहने वाले हो, यहां कैसे आए हो, परिवार में कौन-कौन है, परिवार के साथ क्यो नही रहते हो के संबंध में एनजीओ के प्रतिनिधियों से भी जानकारी ली गई। इस अवसर पर निगम प्रशासक डाॅ. शर्मा ने कहा कि हमारे द्वारा पूर्व से ही दीनबंधु योजना के माध्यम से भिक्षावृत्ति रोकने के उददेश्य से कार्य किया जा रहा है, जिसके अंतर्गत निगम व एनजीओ के प्रतिनिधियों द्वारा शहर के विभिन्न स्थानो से भिक्षुक व बेसहारा वृद्धजनो का सर्वे किया जाकर इस शिविर में लाया गया है।

इस शिविर के प्रथम चरण में भिक्षुक व बेसहारा वृद्धजनो का सर्वे कर यहां शिविर में लाना जहां इन्हे नहलाया गया, सेविंग व कटिंग कराई गई, मेडिकल चेकअप, व उपचार हेतु अरविंदो हाॅस्पिटल पेशेंट को भेजना है, लेकिन इस योजना के द्वितीय चरण में ऐसे भिक्षुको व वृद्धजनो की काउसलिंग करना बहुत ही कठिन काम है, इनके साथ ही इनके परिवारो की भी काउसलिंग करना है, साथ ही काउसलिंग उपरांत यदि भिक्षुक व बेसहारा वृद्धजन अपने परिवार में जाना चाहते है तो उन्हे उनके घर भेजने के बाद वह उस घर में रह रहे है या नही इसका भी एनजीओ के माध्यम से ध्यान रखना होगा ।

बेसहारा वृद्धजन व उनके परिवार के मध्य समन्वय स्थापित कर उन्हे भिक्षावृत्ति के कार्य से मुक्त करना इस शिविर का उददेश्य है- आयुक्त

आयुक्त प्रतिभा पाल ने कहा कि नगर निगम इंदौर भिक्षुको के स्वास्थ्य परीक्षण उपरांत इनके पुनवास के लिये भी कार्य कर रहा है, शहर में फुटपाथ व रोड किनारे व अन्य स्थानो पर रह रहे बेसहारा, भिक्षुक वृद्धजनो को यहां लाया गया है, इसमें 15 महिला 28 पुरूष सहित कुल 43 भिक्षुक, बेसहारा, निराश्रित वृद्धजनो को नहलाने, सेविंग, कटिंग, कपडे, मेडिकल चेकअप, भोजन, नाश्ता, चाय की व्यवस्था की जा रही है और अरविंदो हाॅस्पिटल की 8 सदस्यी मेडिकल टीम के माध्यम से शिविर में आए बेसहारा वृद्धजनो की शुगर, बीपी व अन्य प्राथमिक स्वास्थ्य परीक्षण किया गया, जिनमें से 10 ऐसे वृद्धजन जिनको उपचार की आवश्यकता थी उन्हे अरविंदो हाॅस्पिटल भेजा गया है और शिविर में आए 03 मानसिक रोगियों को बाणगंगा स्थिम मनोरोग चिकित्सालय में शिफट किया गया।

आयुक्त पाल ने कहा कि दीनबंधु योजना अंतर्गत भिक्षुक व बेसहारा वृद्धजनो के स्वास्थ्य परीक्षण व उपचार उपरांत आयोजित काउसलिंग कि जा रही है, इस शिविर का उददेश्य शहरी सीमा में रहने वाले असहाय, बेसहारा वृद्धजनो व दिव्यांगजन दयनीय स्थिति में ना रहे और उनका उचित पुनर्वास किया जा सके, इसके लिये शिविर में वृद्धजनो व उनके परिवार वालो की एनजीओ द्वारा काउसलिंग की जाएगी और परिवार व वृद्धजनो के मध्य समन्वय कर उनका पुनर्वास करना है।

उक्त शिविर में एनजीओ संस्थान परम पुज्य रक्षक आदिनाथ वेलफेयर एंड एजुकेशन सोसायटी संस्थान, गोल्ड क्वाईन सेवा ट्रस्ट, निराश्रित सेवाश्रम द्वारा शहर के चिंहाकित स्थानो से आश्रितो को सुचारू व व्यवस्थित रूप से शिविर स्थल पर लाया गया तथा शिविर में अरविंदो हाॅस्पिटल के माध्यम से 5 डाॅक्टर व 3 नर्सिंग स्टाफ उपलब्ध कराया गया है जिनके द्वारा आश्रितो का स्वास्थ्य परीक्षण, उपचार किया गया।

शिविर में आश्रितो को रखने के पश्चात उनके पुनर्वास या वृद्धाश्रम व्यवस्थापन का भी कार्य एनजीओ संस्थान द्वारा काउसलिंग कि जा रही है। शिविर में 3 एनजीओ संस्था द्वारा सहयोग सहयोग किया जा रहा है, सहयोग करने वाले प्रत्येक एनजीओ संस्था को निगम की ओर से आश्रितो को लाने के लिये एक-एक एम्बुलेंस व एक-एक जीप वाहन उपलब्ध कराया गया है। उक्त वाहनो से एनजीओ संस्थान के प्रतिनिधि आश्रितो को शिविर में लाने का कार्य कर रहे है। शिविर में आने वाले आश्रितो की शेविंग व कटिंग का कार्य इंदौर बारबर एसोसिएशन के माध्यम से किया जा रहा है, अतिथियो ने निरीक्षण के दौरान बारबर एसोसिएशन की भूरी-भूरी प्रशंसा भी की गई।