डा. अम्बेडकर युनिवेर्सिटी, महू का तृतीय दीक्षांत समारोह संपन्न हुआ, 107 छात्र उपाधि से सम्मानित

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डा. अम्बेडकर युनिवेर्सिटी, महू के विद्यार्थियों को पढाई एवं परिश्रम से जो ज्ञान प्राप्त हुआ है, उसका उपयोग सिर्फ डिग्री या शासकीय रोजगार प्राप्त करने के लिए नहीं, बल्कि श्रेष्ठ मानव बनने के लिए करें। यह बात डा. अम्बेडकर युनिवेर्सिटी, महू यूनिवर्सिटी के तीसरे वार्षिक दीक्षांत समारोह में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कही।

उन्होंने आगे कहा कि देश के युवा रोजगार मांगने वाले नहीं, बल्कि रोजगार प्रदान करने वाले बनकर आत्मनिर्भर भारत का निर्माण करें। सभी विद्यार्थी प्राथमिकताएं सुनिश्चित कर उनके प्रति पूरी ऊर्जा व दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ कार्य करें। देश का संविधान बच्चों को शिक्षा प्रदान करने के महत्व को दर्शाता है। इस शिक्षा का प्रयोग जरूरतमंदों तथा समाज की बेहतरी के लिए करना चाहिए।

जब आप किसी बड़ी इंडस्ट्री में कार्य करें, तब वहां नीचे पायदान पर कार्यरत कर्मचारियों को शिक्षा व विचारों से मार्गदर्शन प्रदान कर आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करें। उन्होंने कहा कि शिक्षा वह साधन है, जिससे न केवल आप आगे बढ़ते हैं, बल्कि समाज में पीछे छूट रहे व्यक्तियों को भी उंगली पकड़कर बढ़ाते हैं। आज के दीक्षांत समारोह में उपाधि प्राप्त करने वाले सभी छात्र-छात्राओं से उनकी अपेक्षा है कि वे अपने व्यावहारिक ज्ञान से न केवल यूनिवर्सिटी, बल्कि देश का भी गौरव बढ़ाएंगे।

चित्र में सीनियर स्टूडेंट नीरज राठौर को मास्टर ऑफ़ एग्रीकल्चर इकोनॉमिक्स रिसर्च की उपाधि प्रदान करते हुए