PGCPM और PGCPF-05 की नई बैच की शुरुआत

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आईआईएम इंदौर के वर्चुअल लर्निंग प्रोग्राम फॉर एक्जिक्यूटिव्स के दो पाठ्यक्रम- पोस्ट ग्रेजुएट सर्टिफिकेट प्रोग्राम इन प्रोडक्ट मैनेजमेंट (पीजीसीपीएम/PGCPM) और पोस्ट ग्रेजुएट सर्टिफिकेट प्रोग्राम इन फाइनेंस (पीजीसीपीएफ/PGCPF) की नयी बैच की शुरुआत अक्टूबर 31 और नवम्बर 1, 2020 को वर्चुअल मोड में की गई ।PGCPM के लिए पंजीकृत प्रतिभागियों की कुल संख्या 26 है और PGCPF के लिए 34 है।

दोनों कार्यक्रम के प्रतिभागियों को प्रोफेसर हिमाँशु राय, निदेशक, आईआईएमइंदौर ने तीन P- Passion (उद्देश्य), Purpose (जुनून) और Persistence (दृढ़ता) का महत्त्व समझाया । ‘हमें यह खोजने की जरूरत है कि वह क्या तरीका है जिससे हम समाज और राष्ट्र में कुछ बदलाव ला सकते हैं- और यही हमारा उद्देश्य होना चहिए । जब हम उद्देश्य का पता लगा लेते हैं, तो हमें जुनून और समर्पण के साथ उसका पालन करने की आवश्यकता होती है। हमें यह समझना चहिए कि हम अपनी पहचान अपने जुनून से प्राप्त करते हैं, न कि उस पदनाम से जिसे हम धारण करते हैं। हमें लगातार मेहनत करने की जरूरत है –और यह भी जाननेकी,कि हम क्या करना चाहते हैं। हमेशा अपना समय किसी ऐसी चीज़ में लगाए, जिसे आप पसंद करते हैं और जो आपको आगे बढ़ने में मदद करेगा ’, उन्होंने कहा।

पीजीसीपीएम के प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर प्रोफेसर अभिषेक मिश्राने उत्पाद प्रबंधकों की विकसित भूमिका के बारे में बात की – और सिर्फ एक सामान्य प्रबंधक के कार्य से ले कर उस प्रबंधक की भूमिका भी बताई जिन्हें नए उत्पाद विकास का हिस्सा बनने की आवश्यकता होती है और साथ ही पूरी टीम का प्रबंधन करना होता है। उन्होंने कहा कि नई उत्पाद विकास प्रक्रिया और इसकी पेचीदगियों को समझना महत्वपूर्ण है और यह कार्यक्रम प्रतिभागियों को उत्पाद के संपूर्ण जीवनचक्र को समझने में मदद करेगा, जो निर्माण से लेकर उन्मूलन तक ज़रूरी है। सरिता दिगुमर्ती, सीओओ और सह-संस्थापक, JigsawAcademy, ने कहा कियह पाठ्यक्रम प्रतिभागियों को उत्पाद प्रबंधन अनुशासन का समग्र दृष्टिकोण देगा ।

पीजीसीपीएफ -05 के उद्घाटन के दौरान, प्रोफेसर राजहंस मिश्रा, प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर ने कार्यक्रमों की विशेषताओं और पाठ्यक्रम के बारे में बताया। दरायस मेहता, संस्थापक निदेशक, वीसी नाउ और तुषार लड्डा, बिज़नस पार्टनर, वीसी नाउ भी उद्घाटन में शामिल हुए। मेहता ने कहा किवर्तमान परिस्थितियों में न तो सबसे मजबूत संगठन प्रगति करते हैं, न ही वे जो रणनीति के हिसाब से काम करते हैं । महामारी जैसी परिस्थितियों में सबसे अनुकूलनीय और लचीले संगठन का ही विकास होता है और यही आगे बढ़ पाते हैं । यह पाठ्यक्रम प्रतिभागियों को नई अंतर्दृष्टि प्रदान करने में मदद करेगा। ‘VCNow आईआईएम इंदौर के साथ सहयोग कर भारत के कई शहरों में उच्च गुणवत्ता की कार्यकारी शिक्षा आधारित कार्यक्रम देने के साथ-साथ, एक सामान्य कक्षा की प्रभावशीलता और अन्तरक्रियाशीलता को खोए बिना, शिक्षा प्रदान करता है। यह फेस-टू-फेस इंटरैक्शन की प्रभावकारिता के साथ दूरस्थ शिक्षा के लाभों को जोड़ता है ‘, उन्होंने कहा।

कार्यक्रम का समापन प्रतिभागियों को संस्थान की जानकारी देने के साथ हुआ ।