अब तक इन 6 मुद्दों पर हो चुका पीएम मोदी का संबोधन, आज इस पर करेंगे बात

Share on:

मोदी सम्बोधन: अब तक यह 6 मुद्दों पर मोदी ने दिया है सम्बोधन। आज किस मुद्दों में बोलेंगे पीएम मोदी ?

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज फिर राष्ट्र के नाम संदेश।मंगलवार को करीब 1 बजे प्रधानमंत्री ने ट्वीट करते हुए जानकारी दी कि आज फिर शाम को 6 बजे वो एक बार फिर राष्ट्र के नाम संदेश देने जा रहे हैं। कोरोना काल से अभी तक मोदी बहुत बार अलग अलग माध्यम से देशवासियो से रूबरू हो चुके हैं। जिसमें उन्होंने कई बड़े फैसले सुनाये है। देश अब धीरे धीरे खुल रहा है और कोरोना के मामले में कमी आई है। ऐसे मोके पर मोदी का एक ओर संबोधन हो रहा है।

पीएम के इस सम्बोधन को लेकर लोग कई तरह के पूर्वानुमान लगा रहे है। जिसमें आम लोगों के लिए सावधानी की बात और लोगों से नियमों का पालन करने की बात पीएम द्वारा की जा सकती है। और साथ ही भारत में कोरोना वैक्सीन के ट्रायल और उनकी प्रोगरेस पर भी पीएम मोदी कुछ बड़ी बात कर सकते हैं।

अब तक के सम्बोधन

प्रधानमंत्री का यह सातवां सम्बोधन है। इससे पहले कोरोना संकट में पीएम ने देश को 6 बार संबोधित किया है। एक नज़र अब तक के सम्बोधन में।

1 . 19 मार्च: कोरोना काल में यह मोदी का पहला संबोधन था। इस संबोधन में उन्होंने जनता कर्फ्यू की अपील किया था। जिसमें एक दिन का लॉकडाउन देश में लगाया गया था।

2 . 24 मार्च -कोरोना काल में यह मोदी का दूसरा संबोधन था। जिसमें उन्होंने देश में पहले लॉकडाउन की घोषणा की थी। इस संबोधन में 21 दिनों का लॉकडाउन घोषित किया गया। यह दूनिया का सबसे सख्त और लम्बा लॉकडाउन था।

3 . 3 अप्रैल– यह पीएम मोदी का देश के नाम तीसरा सम्बोधन था यहाँ पर उन्होंने कोरोना योद्धाओं के सम्मान की अपील की थी और सभी से रात नौ बजे नौ मिनट तक घर की लाइट बंद कर दीया जलाने को कहा गया।

4 . 14 अप्रैल- अपने चौथे सम्बोधन के दौरान पीएम मोदी ने लॉकडाउन 2 का ऐलान किया था जो कि तीन मई तक के लिए चलना था।

5 . 12 मई- कोरोना महामारी के कारण बिगड़ती हुई अर्थव्यवस्था के लिए मोदी सरकार ने 20 लाख करोड़ के आत्मनिर्भर भारत पैकेज का ऐलान किया. जिस के अंतर्गत छोटे कारोबारियों को काम के कर्ज देने की सुविधा दी गई।

7 . 30 जून – मोदी का यह आखिरी सम्बोधन था इसके बाद देश में अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हुई थी। यहाँ पर मोदी ने हर किसी से नियमों का पालन करने को कहा था।